Monday, April 4, 2016

पागल चकोर

खुद सा हुआ तो हंगामा कैसा ??
औरों सा रहा तो क्या खूब रहा मैं !
मैं तो नहीं, भले हो वो मेरे जैसा ..
वो शख्सियत जिसमें मशहूर रहा मैं !
पागल चकोर हूँ, वो है झील के चाँद जैसा,
अरसे से जिसका महबूब रहा मैं !
खबर नही, था कैसा, हूँ आज कैसा ??
'शब्दभेदी' जरूरतों में इतना मशगूल रहा मैं !

3 comments:

  1. पागल चकोर हूँ, वो है झील के चाँद जैसा,
    अरसे से जिसका महबूब रहा मैं !

    वाह मित्र वाह !

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  2. wah re pagal chakor tumhari chanda kaha hai???

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  3. 'शब्दभेदी' जरूरतों में इतना मशगूल रहा मैं !

    बेहतरीन राणा साहब

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