Monday, January 30, 2017

जमीनी किरदार


हमेशा जमीन पर खड़े होकर
आसमान की विशालता
को निहारते हुए
बेख़ौफ़ परिंदों को उड़ते देखना
और अपने लिए सिर्फ सपने बुनना
आखिर कितना उचित है !

कभी-कभी आसमान के
बहुत करीब खड़े होकर
जमीन की तरफ देखना,
और भागती-दौड़ती दुनिया में ही
अपना जमीनी किरदार गढ़ना भी
बेहद जरूरी होता है !

- शब्दभेदी

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